12/10/2017 को प्रकाशित
जिला झाँसी। दीपावली का मौसम हल्की ठंड के साथ बढ़ रहा है और बाजारों की रौनक बढ़ती जा रही है।इस त्यौहारी मौसम में झांसी के बकरा मण्डी में जानवरों के सिंगार के लिए माला तैयार किये जाती हैं ।ये माला यहां रहनें वाली महिलायें बनाती हैं।
बिट्टी का कहना है कि माला बनानें का काम बारों महीना नहीं होता है।दीपावली के एक महीना पहले से माला बनानें का काम शुरू हो जाता है माला बनानें का सामान इक्ठठा करते हैं फिर माला बनातें हैं दीपावली के दो तीन पहले से बाजारों में यह माला बिकनें लगती हैं इस माला को मुरका कहते है।
सृजन कुमारी का कहना है कि यह हमारा पुश्तैनी धंधा है इससे हमारे परिवार का गुजर बसर होता जो माला हम बनातें हैं उसको लोग दीपावली को अपनें जानवरों को पहनाते हैं।गायत्री ने बताया कि माला बनानें का काम ससुराल में आके सीखा है।
बाईलाइन-सफीना बानो