जिला फैजाबाद, जमथरा घाट के जमथरा घाट पर लगभग तीन पीढ़ी से रहत अहैं लकिन अब मनइन का अब वहिसे काशीराम कालोनी भेजा जात बाय। पर यै सब वहि जगह का असुरक्षित बताय के जाय से मना करत अहैं।हिंया रहत-रहत इनके सबकै राशन कार्ड, आधार कार्ड, पहचान पत्र सब बन चुका बाय। एहि मुद्दा पै सदर बाजार छावनी परिसर कैंट थाना के सी.ओ अभिनव कै कहब बाय की आदेश के अनुसार इनके सबका जमथरा घाट से दूसरी जगह भेजा जात बाय।
जमथरा घाट पै रहै वाली गुड्डी कै कहब बाय कि ई हमार जमीन न आय कैंट कै जमीन आय।लकिन हमरे सब हियाँ तीन पीढ़ी से रहत हई। जयमाना जमथरा घाट कै कहब बाय की सरकार जहाँ भेजे वहि जाब। बाबा किशोर दास कै कहब बाय कि हम तौ टैक्स जमा करै चाहीथी लकिन पर इनके सब लियत नाय अहैं।2001 से 2008तक कै हमरे पास रसीद बाय। वकरे बाद केहू लिये नाय आय।कुछ महीना पहिले दिवाल पै एक चस्पा लाग रहा जमीन खाली करावे के ताई लकिन अबहीं लिखित नोटिस नाय आय बाय।
अमरजीत निषाद कै कहब बाय कि कोर्ट कै आदेश बाय किबीस साल अगर केहू रहिगा तौ वका हटाय नाय जाय सकत। नाली बिजली पानी साफ़ सफाई हर चीज कै व्यवस्था दीन जाय का चाही लकिन उपेक्षा के कारन कुछ नाय मिल पावत बाय।हिया कै कैंट कुछ पेन नाय लै पावत बाय। हर छह महीना पै सी. ओ बदल जाथिन जेसे अउर काम नाय होय पावत। चुनाव के समय काम रुक गा रहा। कहूँ कहूँ इंटर लाकिंग कै काम हुवत बाय।
रिपोर्टर- संगीता
जिस जगह से बना है पहचान पत्र वहीँ से बेघर किया जा रहा है, फैजाबाद में एक किस्म का मानो या ना मानो