जिला ललितपुर, गांव रनगांव इते के विकलांग जगमोहन को नई मिल रही सरकार कि तरफ से कोनऊ सुविधा।
जगमोहन ने बताई के हम विकलांग हे और हमाई पांच मोड़ी ओर एक मोड़ा हे न हमाओ विकलांग को कार्ड बनो न हमाओ राशन कार्ड बनो सो न हमे शक्कर चावल गेंहू कछु नई मिलत। न हमाओ गरीबी रेखा को कार्ड बनो पच्चास रुपईया रोज मिलत बई में घर चला रए। बई में मोड़ी मोड़ा पाल रए बई से दबा दारू करवात। काय के अगर कछु दुख पिरतो हे तो दबाई करबाने हे कछु नईया फुटपात पे बैठत सो जूतन पे पालिस करत और सिलाई करत। काय के विकलांग हे सो कछू और मजूरी कर नई सकत। न हमाय नाम जमीन हे सो के बासे कछु आमदनी होबे।
प्रधान सतपाल सिंह ने बताई के हमाय गांव में सात विकलांग आदमी हे। जिनमे से कछु लोगन के विकलांग कार्ड बन गये और दो तीन जने एसे बचे जिनके अबे नई बने अब हमने फार्म भर दए सो बे भी बन के आजे। अब जा लिस्ट आहे बामे जोड़ हे।
सरजू ने बताई के एक महीना हो गओ जब से बीमार हे अब का करे रुपईया नईया के इलाज कराबे मजूरी अब कोनऊ हे नईया।
रिपोर्टर- सुषमा
27/08/2016 को प्रकाशित