कैसे मिलेगा शासकीय प्राथमिक शाला दुर्जनापुरवा में बच्चों को पानी ? जब दो साल से यहां का हैन्डपम्प सूखा पड़ा है। वहीं इस समस्या के बारें में कार्यपालन मंत्री एस के जैन का कहना है कि एक-दो दिन में हैन्डपम्प ठीक करा देगें।
मेघा और छोटू का कहना है कि बहुत दूर अपने घर से हमें रोज पीने के लिए पानी लाना पड़ता है। रसोइयाचंदा विश्वकर्मा का कहना है कि खाना बनानें के लिए यहां से एक किलोमीटर दूर कुंये से पानी लाना पड़ता है।
सहायक अध्यापक राम शुक्ला ने बताया कि हमें भी घर से पानी लाना पड़ता है और बच्चों को भी घर भेजना पड़ता है। सहायक अध्यापक संगीता खरे का कहना है कि हैन्डपम्प ठीक करने के लिए लोग आये थे लेकिन ये ठीक नहीं होता है। बीच में जब पानी की जरूरत होती है तो आसपास के लोगों से पानी मांगते हैं।
सरपंच प्रतिनिधी लखन पाल पटेल का कहना है कि सेक्रेटरी से पानी की समस्या को खत्म करने को कहा है।
रिपोर्टर- अलीमा तरन्नुम