जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड, पंचायत बथनाहा पश्चिमी गोट। इहां लगभग चार पांच मजदुर के मजदुरी बाकी हई। जब कि उ सब 2012 में ही पौधा देख रेख, पानी पटवन अउर माटी के काम कयले छथिन।
इहां के मजदुर बिफिया देवी, संजु देवी, सोमिया देवी सब कहलथिन कि हमसब पौधा के देख रेख कइली कमइनी कइली। जहां जहां के पौधा मर गेल उहां दोसर पौधा लगइली। माटी भरीया में भी कुछ दिन काम कइली लेकिन हमरा सब के एक महिना केकरो तीन महिना के मजदुरी के रूपइया न मिलल हई।
मुखिया षांति देवी के पति पंकज कुमार सिंह कहलथिन कि हमसब मजदुर के मजदुरी के लिस्ट बनाके प्रखण्ड में भेज देले छी। उहां से अतई तब न मिलतई।
प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी राकेष कुमार कहलथिन कि जेकर लिस्ट पंचायत से आयल हई। उ हम जिला में भेज देले छी। उहां से जब अतई तब रूपइया मिलतई। लेकिन एक नया नियम हई कि जिनकर सब के मजदुरी न मिलल हई। चाहे एक महिना होय या केतनो दिन रहे। उनका सब के हम सुचि बना के पौधा रोपन के काम देव अउर जल्दी जल्दी मजदुरी मिल जतई।