जिला ललितपुर गांव खितावांस में सहरिया आदिबासी जामुन की गुठली बैच के चलात है अपने घर को खर्च जोई काम करके चलात खितवांससे कम 50 से 60 बचचो में से केबल 3 ही बच्चा जात स्कूल। जा गांव की रेबे बाली राधा ने बताई के हम सबेरे से काढ जात और शाम तक लोटत और मिलजात तो ले आत नई तो भाग यात पानी बरस जात तो बोई नई मिळत नात्र तो एक दिन में 5 10 किलो बीन लेट कछु नई मिळत तो भाग याता इते के रेबे बाले रायसा ने बताई के ह्मैपंच लड़का है तीन लड़की है कछु है निया जेई गुठली बेच के गुजारो करत खेती पाती है नई या।
लक्ष्मी सहरिया ने बताई के हम 1 मीणा में 23 सो की बेच लेट बेचबे लाने नलपुर जात देशपाल ने बताई के जामुन और निबोई बेच बे कओ कम क्लार्ट जोई है जड़ा बूटी और कछु है नई या और मेंट मजूरी करबे जाओ तो कजो तो मजूरी नई मिळत और पूरी सहरिया बस्ती से केबल हमे दो बच्चा जात और बच्चा श्याम लाल कओ जात कओ लड़का भी जात परेशानी ह खर्च से परेशा ह गुठली और जड़ी बुथी बेच के कर्च चलते है सरकाईर से कोई मदद नई या जा के ममरे।
22/07/2016 को प्रकाशित
जामुन की गुठलियाँ बेचना चलाते हैं खर्च ललितपुर के खितवांस गाँव के सहरिया आदिवासी
50 से 60 परिवार में स्कूल जाते हैं सिर्फ 3 बच्चे