जिला महोबा, ब्लाक चरखारी, गांव गोरखा। ई गांव में एक महीना से जानवर में जुखाम ओर जस्त की बीमारी फेली हे। जीसे गांव को आदमी परेशान हे। चरखारी अस्पताल से आज तक कोनऊ डाक्टर जा फिर टीम नई गई हे।
अखिलेश कहत हे कह मोई ब्यालिस बकरी बीमार हे। इलाज में पांच सौ रुपइया लगा दओ हे, पे कछू आराम नईंया। बकरी पालन के आलावा कछू काम नई करत हे।
रामगोपाल कहत हे नौ बकरी हे जोन पूरी बीमार हे, चरखारी से कोनऊ डाक्टर नईं आओ हे। प्राइवेट डाक्टर से इलाज कराओ हे। सात सौ रुपइया लगो हे। अभे ज्यादा आराम भी नईयां। भान कहत हे की पेहले जुखाम ओर फिर दस्त लगन लगत हे। चरखारी पन्द्रह किलोमीटर दूर हे। ओते केसे ले जा सकत हे। आरोप हे की चरखारी सरकारी अस्पताल में सूचना दई हे, कोनऊ ध्यान नईं देत हे। जानवरन की बीमारी कहूं आदमियन में न फेल जाये।
चरखारी पशु अस्पताल को डाक्टर एम.पी. द्विवेदी कहत हे की बीमारी के बारे में हमें कोनऊ जानकारी नईयां, अभे जानकारी भई हे तो अस्पताल में दवाई नईयां। दवाई बाहर से मगाईं जेहे। ऊखे बाद कछू कर सकत हे।