जिला फैजाबाद,ब्लाक तारून, गांव करिया चितावां मा 12 नवम्बर का जमीनी विवाद के तहत मारपीट भए।
शशि कै कहब बाय की हमार मां-पिता ख़तम होई गए। एक भाई संजय बाटे जवन शारीरिक अउर मानसिक रूप से विकलांग बाय। उनका हमार चाचा चाची रखे अहै अउर माता पिता कै जायदाद भी।जमीन अउर देखाय के शशि कै शादी तौ कै दिहिन लकिन जमीन न मिलै के कारन शशि के ससुराल वाले शशि का मार के निकार दिहिन।शशि कै आरोप बाय की जब हम आपन हिस्सा मांगेंन तौ हमरे भाई भाभी अउर बड़ी मां का भी मारिन। हमरे भाई का कैद कईके रखे अहैं। वका हमरे साथे जाय नाय देते। दुई रोटी के ताई 12 नवम्बर का मारिन। हम चाहीथी कि हमार जमीन जायदाद सब दै दिये। अउर हमरे भाई का हमरे साथे जाय दिये।
शशि कै बड़ी मां उर्मिला देवी कै कहब बाय की झगड़ा सिर्फ येहि बात के ताई भए शशि नहाय गए रहीं तौ उनके सब मना करिन कहिन हिंया काहे आवाथिउ। शशि कहिन हमरे पिताजी कै हिस्सा बाय।हम काहे न आई।
गांव कै मनई राजन सोनी अउर अमरावती बताइन कि हमरे सब शशि से मिलै चाही थी लकिन उनकै चाचा मिलै नाय देते।उनका प्रापर्टी कै बहुत लालच बाय। प्रापर्टी देखाए के शशि कै शादी कै दिहिन लकिन कुछ दिहिन नाय शशि के ससुराल वाले भी धन न मिलै से मार के घर से निकाल दिहिन। सामान लै लिहिन। मायके आई तौ एक लड़की भए बाय।
चचेरा भाई परमानन्द सोनी कै कहब बाय कि शशि अनाथ हइन। चाचा सारा धन लिये चाहाथिन।
बिपक्षी चाची कै कहब बाय की वै अपने भाई का सिर्फ जमीन के ताई लै जाय चाहाथिन।लकिन हम बचपन से संजय का पाले हई।जब तक जिये हमरे घरे रहे।ई फैसला येहिके प्रशासन किहे बाय। दस लाख रुपया बाय। पांच पांच लाख दुइनौ जने के नाम कै दियब।अउर जमीन शशि का दियब
शशि के ससुराल वाले बोले बाते की संजय का भेजिऊ न। जमीन लिखाय के शशि छोड़ देइहे। शशि के पति अउर ससुर कै राय बाय की धन अपने नाम कईके फिर छोड़ दीन जाये। येहीसे हम संजय का भेजब न।
रिपोर्टर- संगीता और मनीषा