जिला फैजाबाद, ब्लाक मया, कस्बा गोसाईगंज राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालय गोशाईगंज। हिंआ पै ई अस्पताल सन् 1955 कै बना हुअय जवन एकदम से जर्जर होय चुका बाय। वकै कउनौ पता नाय बाय चाहे जब गिर जाय लकिन हर दिन सौ डेढ़ सौ मनई कै भीड़ हुआ थै।
रजनीश तिवारी, सत्यम मौर्या, संगीता निषाद बताइन कि हिंआ दवाई अच्छा दिया थिन हर मर्ज ठीकौ होय जाथै थोरिक ज्यादा समय लाग जाथै लकिन जड़ से बिमारी मिटाय दिया थै। वहीं यहि अस्पताल से डर भी लाग रहा थै। कि बरसात होय लागे तौ रुकै अउर बचै के जगह न रहे पूरा कमरा चुआ थै। जगह-जगह दिवार अउर छत मा दरार होय गै बाय। इहै डर लाग रहा थै कहूं गिर न परै।
आसमा बानो, विनोद, सुमन कहत रहिन कि एक महीना हुअत बाय सुनान रहा कि दिलासी गंज मा ई डाक्टरी खुले लकिन हमरे सब डाक्टर से कहेन कि हुंआ गाड़ी मोटर कै साधन नाय बाय वहि रोड पै सब गरीब न पहुंच पई है। जेकरे पास निजी वाहन होये उहै पहुंच पाये। हमरे सब चाही थी ऐसन जगह बनावै कि सवारी कै सुबिधा हुवय। अउर मरीज आसानी से इलाज खातिर पहुंच सकै ऐसन जगह आप अस्पताल बनवावै।
डाक्टर राम जी गुप्ता होम्योपैथ्कि चिकित्सा प्रभारी बताइन कि हमरे सबका कहूं भी अस्पताल चलावै खातिर सौ रुपया मिला थै प्रसाशन से येतने मा़ आज के समय तौ पान कै गिमटी कै किराया नाय हुवत तौ हमैं केहू अस्पताल ताई दे। हिंआ सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र कै कमरा रहा जवने का सरकार जर्जर घोषित कै दिहे बाय हम जीव संतोष कइके बैठी थी। जिला डी.एम से सात सितम्बर का ग्रामीण चिकित्सालय कै भवन निर्माण करावै का कहे हई। उम्मिद बाय कि बन जाये। खबर लिखत तक मांग पूरी नाय भै रही। होम्योपैथिक चिकित्सालय
जर्जर भवन गिरै कै डर
पिछला लेख