जिला अम्बेडकरनगर, 8 दिसंबर 2016। छठी कक्षा में पढ़ने वाला अजीत आज विद्यालय जाने के लिए बहुत खुश हैं, उसके घरवाले हैरान हैं कि रोज़ विद्यालय जाने के लिए रोने वाला लड़का आज विद्यालय जाने के लिए इतना फुदक क्यों रहा है!
दरअसल अजीत के विद्यालय में आजकल हर महीने में एक दिन खेलों के माध्यम से पढ़ाई कराई जाती हैं, जिसके कारण विद्यालय के सभी बच्चे स्कूल जाने के लिए उत्सुक हैं। अजीत बताता हैं कि वह जंगल में ‘आग लगी भागों-भागों’ खेल में पहले स्थान पर रहा, जिसकी उसे बहुत खुशी है। अम्बेडकरनगर के प्राथमिक विद्यालय पमोली में छात्र-छात्रों के पढ़ाई में रुचि को बढ़ाने के इस तरह की पहल की है। इसमें खेलकूद के साथ छात्र-छात्रों की एक बैठक भी की जाती है, जिसमें नयी-नयी जानकारी विद्यार्थियों को दी जाएगी, जैसे साफ सफाई, बच्चों के अधिकार और पौष्टिक भोजन की जानकारी विषय में बात होती है।
विद्यालय के बच्चों के चेहरों की खुशी इस शुरुआत की कामयाबी को खुद बता देता रही है। 5वी कक्षा में पढ़ने वाला अनीश बहुत ही शरारती छात्र है और उसका पसंद का खेल भी ‘आम तोड़ो और भागों’ है। इस खेल में वह बहुत अच्छा प्रदर्शन भी करता है। अनीश की तरह ही गुमसूम-सी रहने वाली खुशबू भी इस तरह के बदलाव से खुश है।
विद्यालय के अध्यापक बच्चों को सीखते हुए खुद को भी बच्चा समझ रहे हैं और वे इससे बच्चों की पढ़ाई में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद भी लगाए हुए हैं। विद्यालय की अध्यापिका कान्ति पांडे कहती हैं, “हम इस पहल के माध्यम से विद्यालय छोड़े विद्यार्थियों को दुबारा विद्यालय में आना चाहते हैं। इसके लिए हमनें कुछ विद्यार्थियों का चयन किया है, जो उन बच्चों के घर जाकर उन्हें विद्यालय में दुबारा से लाने की कोशिश करेंगे।”
विद्यार्थियों के शारीरिक, मानासिक और बौद्धिक विकास के लिए बनाई, इस योजना से बच्चों की स्कूल में उपस्थिति बढ़ी हैं। अध्यापक रविश चन्द्र विद्यार्थियों की बोरियत कम होने की बात कहते हुए बताते हैं, “आज विद्यार्थी कक्षा में अधिक भागीदारी दे रहे हैं। विद्यार्थियों का पढ़ाई में योग्यता के साथ अन्य चीजों में योग्यता भी पता चल रही है।” वह अपने विद्यालय के विद्यार्थियों को हर क्षेत्र में नम्बर वन बनाना चाहते हैं।
रिपोर्टर- आरती
06/12/2016 को प्रकाशित