उत्तर प्रदेश के मंत्री आज़म खान कई बार भड़काऊ बयान दे चुके हैं। कभी नरेंद्र मोदी को बिग डाग यानी बड़ा कुत्ता कहा तो कभी औरतों के खिलाफ बयानबाजी की। भैंसों की खोज में पूरे जिले की पुलिस को तैनात करने वाले आजम खान के गुस्से का सामना एक छात्र को करना पड़ रहा है।
दरअसल यह नाबालिग छात्र बरेली का है। उसने आजम खान के नाम से इंटरनेट में बने फेसबुक खाते पर फर्जी पोस्ट कर दी थी। 16 मार्च को एक ग्यारहवीं के इस छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह पोस्ट एक तो फर्जी दूसरे संाप्रदायिक माहौल बनाने वाली है। यह भड़काऊ भी है। गिरफ्तार हुए बरेली के इस छात्र को बीस हजार रुपए जुर्माना देने के बाद 19 मार्च को छोड़ भी दिया गया है। हालांकि इस पूरे मसले के बाद उत्तर प्रदेश की ही एक कहावत गलत साबित हो रही है। क्षमा बड़न को चाहिए छोटन को उत्पात…। इस कहावत का अर्थ है कि छोटों की गल्तियां बड़ों को माफ कर देनी चाहिए। लेकिन हमेशा अपने बयानों के कारण विवाद में रहने वाले आजम खान एक छात्र की गलती माफ नहीं कर पाए।
छात्र के खिलाफ रामपुर पुलिस थाने में 15 मार्च को खान के सहायक फसाहत अली खान ने शिकायत दर्ज कराई थी। इनफोर्मेशन टैक्नोलोजी एक्ट की धारा 66ए के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस धारा के अनुसार ऐसी किसी भी लिखित सामग्री को इंटरनेट पर पोस्ट करना जिससे दंगे भड़कें और शांति भंग हो अपराध है। पुलिस ने बताया कि आरोप साबित होने पर उसे तीन साल की सजा हो सकती है।