लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार से इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य के छह ज़िलों में चैबीस घंटे बिजली देने को लेकर सवाल पूछा है। अशोक पांडे नाम के एक व्यक्ति द्वारा हाईकोर्ट में डाली गई याचिका को आधार बनाकर कोर्ट ने छह जिलों में चैबीस घंटे बिजली देने और अन्य जिलों में ऐसा न करने का आधार पूछा था। पांडे का कहना था कि ये ज़िले वी.आई. पी होने के कारण सरकार यहां पर ज़्यादा ध्यान देती है।
इसी साल अप्रैल महीनें की शुरू से कन्नौज, इटावा, मैनपुरी, रामपुर, अमेठी और रायबरेली में चैबीसों घंटे बिजली सप्लाई शुरू की गई थी। लखनऊ, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर में पहले से ही पूरा दिन बिजली देने की योजना है। रायबरेली सोनिया गांधी और अमेठी राहुल गांधी की सीट है। मैनपुरी और इटावा मुलायम सिंह यादव के इलाके हैं। कन्नौज मुलायम सिंह यादव की बहू की चुनावी सीट है। रामपुर समाजवादी पार्टी के आज़म खान की सीट है। सवाल किए जाने के बाद राज्य सरकार ने बुंदेलखंड के हमीरपुर जिले में चैबीसों घंटे बिजली देने का फैसला किया। माना जा रहा है कि भेदभाव के आरोप से बचने के लिए सरकार ने ऐसा किया है। हमीरपुर सीट भाजपा के पास है।
छह ज़िलों को ही चैबीस घंटे बिजली क्यों?
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