जिला वाराणसी, ब्लाक चोलापुर गावं भवानीपुर जगदीशपुर। इहां के दलित बस्ती में आवास देवे में एक आवास पर जनता से 15 हजार रूपियर लगत हव।
इहां के लक्ष्मीना, उषा, सुनीता, मनजू, सन्तारा, मुघुना इ लोगन के कहब हव कि हमने के पास मड़ई आउर कच्चा घर हव उ भी गिरत हव। जब हमने प्रधान से कहल जाई त प्रधान कहियन कि दस पन्द्रह हजार दा तब मिली। हमने कर्जा लेके दे देवल जाई। लेकिन जब हमने कहल जाई कि कब मिली त कहियन कि जब आई त मिली।
प्रधान भैयालाल के कहब हव कि आवास खातिर के हम एको पइसा नाहीं लेहले हई। जब सरकार देई तभहीं ने हम देब। एही हाल हव चिरईगावं के कमौली गावं के राजभर बस्ती के। इहां पर भी एको आवास नाहीं हव। इहां पर भी इ समस्या करीब दस घर के हव। इहां के इन्द्रा, सुघना, बुद्धु, देवराज, केसरा समेत कई लोगन के कहब हव कि हमने के कच्चा घर हव उ भी बरसात में गिरत हव। हमने कइसे कइसे छान छोप के रहत हई।
प्रधान पूनम के पति जगदीश के कहब हव कि कइसे कइसे होत हव। हमने पुराने बजट से काम चलावत हई। लोग खाली प्रस्ताव देवे कहियन। आवास खातिर के वी. डी. ओ. के पास अप्रैल 2014 के प्रस्ताव देहले हई।
छपटा छा के होत गुजारा
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