जिला वाराणसी, ब्लाक हरउवा, गांव अल्लोपुर। इ गांव में आवास ना होवे से कोई धोती टांग के रहत हव त कोई छानी छप्पड़ डाल के रहत हव।
अल्लोपुर गांव के लाल बहादुर, सरिता देवी के कहब हव कि दस साल से हमने मड़ई में धोती टांग के रहत हई। कई बार हमने प्रधान से कहली लेकिन अभहीं तक कउनो सुनवायी नाहीं भएल।
जबकि अलोपुर के प्रधान ललित के कहब हव कि जिन लोगन के नाम बी.पी.एल. सूची में हव उमे तीन लोग के पास भएल रहल ओके दे देहली, आउर जब आउर लोग के पास होई त ओके दे दिहल जाई।
एही हाल हव 250 आबादी वाले उदयपुर गांव के। इ गांव के कई ग्रामीण के कहब हव कि हमने के भी आवास के सुविधा नाहीं मिलत हव। केतना बार हमने प्रधान से कहली लेकिन कउनो सुनवायी नाहीं भयल। जबकि प्रधान माधुरी देवी के पति पप्पू के कहब हव कि जब से प्रधान भइली कुछ ना भयल हव। हं भएल हव। अब जब कार्ड बनी त बी.पी.एल. सूची के हिसाब से सुविधा मिली।