छतरपुर जिले के इकारा गांव में आदिवासी समाज के लोगों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी सिलेंडर कनेक्शन नहीं मिले हैं। आज भी पारम्परिक ऊर्जा संसाधनों को प्रयोग का रहे हैं।
आशा ने बताया कि चूल्हा में खाना बनाते हैं। लकड़ी लेने जंगल जाते हैं। मंता का कहना है कि धुंवा लगता है। घर भी गंदा होता है। लकड़ी जंगल से बहुत दूर से लाते हैं। कुंजीलाल ने बताया कि पता नहीं कि हमारे नाम सिलेंडर क्यों नहीं निकला है। कुछ बताते ही नहीं हैं। लाडकुंवार ने बताया कि हमारे भी सिलेंडर नहीं निकले हैं। सरपंच कुंवारबाई का कहना है कि जिसके कागज जमा हैं उनको सिलेंडर मिलें हैं। अब जो लोग बाहर व रिश्तेदारी में गये हैं, वो अचानक आकर बोले की हमें सिलेंडर दो, तो इस तरह से नहीं दे सकते हैं, कि जब भी कोई मांगे तो बांटते फिरे। सिलेंडर बांटने का कोई समय है।
रिपोर्टर: नसरीन खातून
Published on May 18, 2018