भले ही भारत के हर गली गांव में स्वच्छ भारत अभियान चल रहा हो, लेकिन छतरपुर जिले के गांव पुरवा में यह अभियान बेअसर साबित हो रहा है। गांव की हर सड़क तथा नाली पर गंदगी का आलम छाया हुआ है, जहां भी नजरें डालों कूड़ा करकट के ढेर नजर आते हैं। साफ-सफाई के आभाव में नालियों की निकासी बंद होने से गंदा पानी सड़क पर फैलता है, इससे बनने वाला कीचड़ लोगों की परेशानी का सबब बना हुआ है।
लक्ष्मी ने बताया कि लगभग दो साल से गंदगी फैल रही है। हम बाहर बैठ नहीं सकते है नाही निकल सकते हैं। क्योंकि बदबू बहुत आती है? हर बीमारी का डर बना रहता है। पूनम अग्रवाल का कहना है कि रास्ते से लेकर नल तक पानी भरा रहता है। उस गंदे पानी में हमारे बर्तन बह जाते हैं। कई बार तो ऐसा होता है, कि अगर हम पानी लेकर आते है, तो कोई वाहन निकलता है, जिसके निकलने से हमारे पीने के पानी में, उस गंदे पानी के छीटे पड़ जाते हैं। लोग बाथरूम करते हैं, जो सब बह कर उसी नल में इकट्ठा हो जाता है। जितेन्द्र सिंह ने बताया कि गंदगी से मच्छर बढ़ता है और बहुत सी बीमारी फैलती हैं। मोहिनी का कहना है कि पत्थर डालकर निकलते हैं। पानी ज्यादा भरने के कारण फावड़ा से नाली साफ करते हैं। नाली तक नहीं बनी हैं, बस ऐसे ही फावड़ा से पानी निकालने के मिटटी काट कर जगह बना दिए है, कि ये गंदा पानी निकल जाये। सुशील ने बताया कि मच्छर काटेंगें, तो मलेरिया तो फैलेगा ही। लोगों को निकलने में परेशानी होती है। रास्ते में कीचड़ भरा रहता है। हम तो यही चाहते है कि साफ-सुथरा हो जाये। सरपंच श्रीमती सुलेखा का कहना है कि कई बार हमने शिकायत भी की है, लेकिन नाली साफ करने वाले आते ही नहीं हैं। अब जल्दी दे जल्दी वहां की सफाई कराई जाएगी।
छतरपुर जनपद के सीइओ का कहना है कि शीघ्रता से जांचकर पता करता हूँ कि वहां कि नाली क्यों नहीं साफ हो रही हैं।
रिपोर्टर: आलिमा तरन्नुम
Published on May 31, 2018