छतरपुर जिले के पनागर गांव के एक 18 वर्षीय लड़के ने फांसी लगा ली। महिलाओं के अनुसार किसी रंजिश के कारण किसी का कर्ज वापस देना था। तो उसने फांसी लगाई है। लड़के को काफी दिनों से धमकियां दी जा रही थी, कि हमारे पैसे वापस दे दो नहीं तो अच्छा नहीं होगा। इसलिए उसने फांसी लगा ली है। पता चला है कि उसके माता पिता घर पर नहीं थे। लड़के ने अकेले में फांसी लगाई है।
मृतक के पिता घनश्याम का कहना है कि मैं यहां नहीं था, लगभग 1 बजे घर से ग्वालियर गया हुआ था। लड़के ने 1:58 में मुझे फोन किया कि कोई लड़ाई-झगड़ा हो रहा है, तब मैंने वापस फोन किया तो फोन का जवाब नहीं दिया है। फिर हमें रात 8 बजे पता चला है कि उसने फांसी लगा जान दे दी। मृतक कि माँ ने बताया हम तो घर में थे नहीं। हम बाहर से अभी आये हैं, हमे कुछ नहीं पता है। एक लोग के पैसे देने थे, तो वो बार-बार हमारे बेटे को अकेले में दशरथ नाम का आदमी धमकी देता था और कुछ लड़ाई- झगड़ा नहीं था। हमसे कुछ नहीं बोलते थे। बुआ प्रभा ने बताया कि लड़का अकेले था उसके साथ में कोई नहीं था, तो पता नहीं कि दिन में फांसी लगाया है कि रात में।
प्रधान आरक्षक युगल प्रताप त्रिपाठी का कहना है कि अभी तो ये आत्महत्या लगती है। पोस्टमार्टम होने के बाद पता चलेगा की वास्तव में सच क्या है। अब हम पोस्टमार्टम के बाद गांव वालों से जानकरी प्राप्त करके की तह तक जाएंगे।