छतरपुर जिले के डुड़ारी गांव के ढिलापुर ग्राम पंचायत में बना आंगनबाड़ी सिर्फ दर्शन के लिये बना है। यहां एक साल से न तो बच्चों को खाद्य सामग्री मिल रही है और न ही अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। यहां के लोंगो का कहना है कि जब से आंगनबाड़ी खुला है तब से कभी भी बच्चों के लिये खाना नहीं बनाया जाता है, इसलिए बच्चे यहां नहीं आते हैं।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बबीता का कहना है कि एक साल से बच्चों के लिये यहां खाना नहीं आता है। बच्चें आते है तो टाफी दी जाती है। बाद में भूख का बहाना करके चले जाते हैं। हरकुंवर ने बताया कि आंगनबाड़ी के लोग कहते हैं ऊपर से खाना नहीं आया हैं। तो हम क्या दें?
क्रांति ने बताया कि आंगनबाड़ी में कभी खाना नहीं बनता है, तो बच्चों को क्या मिलेगा? परियोजना अधिकारी अशोक विश्वकर्मा का कहना है कि आंगनबाड़ी में खाना नहीं मिलता है, अगर ऐसी शिकायत आएगी तो कार्यवाही की जायेगी।
रिपोर्टर- नसरीन खातून