ऊँची उड़ान के लिए पंख नहीं हौसलों की जरूरत होती है। इस हौसलें का उदाहरण है प्रीति यादव। प्रीति ने एमपी बोर्ड की 12वीं कक्षा की परीक्षा में 90.4% अंक प्राप्त किये हैं। इन अंकों के साथ प्रीति बन गई छतरपुर जिले की टापर छात्रा। तो चलिए करते हैं, मुलाकात छतरपुर जिले के नौगांव ब्लाक के लुगासी गांव की रहने वाली इस होनहार बेटी से। महाराजा छत्रपति शाहू जी माध्यमिक विद्यालय में कला वर्ग की छात्रा प्रीति ने कहाँ से ली कोचिंग क्लास? आर्थिक तंगी को चुनौती देकर पाया ये स्थान। कम संसाधन मिलने पर भी स्थान प्राप्त करने वाली इस होनहार बेटी को सलाम।
प्रीति यादव ने बताया कि सुबह हम तीन बजे जागकर पढ़ाई करती थी। पूरा दिन शाम को 7 से 9 बजे तक पढ़ाई करते थे। मैंने कोचिंग नहीं की क्योंकि मेरे माता पिता के पास पैसा नहीं था। मैंने केवल स्कूल में ही पढ़ाई की है। मेरे घर में आर्थिक समस्या बहुत ज्यादा थी, इसलिए मेरे पापा ने बकरी बेचकर मेरा नाम लिखवाए थे। मेरी कामयाबी में मेरे मम्मी पापा का सबसे बड़ा हाथ है।
पिता जाहरसिंह और माता मीना का कहना है कि हमनें अपनी लड़की को पैसा कर्ज लेकर पढ़ाया है। दस रूपये की टार्च लेकर, दूसरे के घर से चार्ज करके उसी की रौशनी में पढ़ाई करती थी मेरी लड़की। जो भी बनना हो बन जाएँ। जितना सोचा था उससे कहीं ज्यादा भगवान ने कर दिया है। हमें बहुत ख़ुशी है कि, हमारी लड़की ने इतने अच्छे नंबरों से पास हुई है।
रिपोर्टर: नसरीन खातून
Published on May 16, 2018