छतरपुर जिला के हमां गांव के शिक्षा केन्द्र में मिड डे मिल योजना के पोल खुल गयी है। यहां मीनू के हिसाब से खाना नहीं मिलता है। शिकायत करनें के बाद भी कोई सुधार नहीं हो रहा है।
सोमवती कुशवाहा और ऊमा ने बताया कि आलू, टमाटर और मसाला कम डालते हैं,पानी ज्यादा डालते हैं।
नेहा श्रीवास और अनिल कुशवाहा का कहना है कि हमारे स्कूल में एकदम पतली सब्जी बनती है, और जो दाल बनती है वो भी पतली रहती है जो खाने में अच्छी नहीं लगती है।
सहायक अध्यापक सहरिया अहिरवार ने बताया कि सब्जी में मसाला कम डालते हैं ,और मीनू के हिसाब से खाना नहीं बनता है। इसके लिये कहा भी गया है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती है।
बी.आर.सी.एम.एस.सिसौदिया का कहना है कि शनिवार को पराठा और सब्जी बनती है। बहुत सारे बच्चों के लिये पराठे सही ढंग से नहीं बनाये जाते हैं, तो इसके लिये पूड़ी बनाने को कहा गया है, और अगर बच्चों को सही भोजन नहीं मिल रहा है तो स्कूल की जांच कराई जायेगी।
रिपोर्टर- नसरीन