जिला छतरपुर के भगुंतपुरा गांव में अधीकारियों की अपील पर 2016, 2017 में लोगों ने खुद के पैसों से शौचालय बनवाएं पर अभी तक लाभार्थी शौचालय के पैसे के लिए भटक रहे हैं। इंदल आहिरवार का कहना है कि शौचालय बने हुए दो साल हो गया लेकिन आज तक कोई राशि हमारे खाते में नहीं आई है। सीओ साहब ने कहा था कि अपने पैसों से बनवा लों फिर आठ दस दिन बाद आपका पैसा आ जायेगा। जब बन गये तो अब पैसा ही नहीं आ रहा है। राजीव आहिरवार ने बताया कि सेकेट्री और सरपंच ने बोला था की अपने शौचालय बना लों नहीं तो लिस्ट से नाम कट जायेगा। तो हमने बना ली, बनने के बाद दो हजार रुपिया खर्च बताया गया लेकिन वो भी नहीं दिया है। कोमल का लहना है कि पैसा निकालने के लिए आठ दस दिन बता रहा था। लेकिन आज आठ नौ महिना हो गया है लेकिन पैसा नहीं निकलवाया। सरपंच को डाकुमेंट्स कम से कम पचास बार दे आया हूं और हेल्पलाइन में कम से कम पचास बार कम्पलेन भी किया हूं। क्या करूं थक गया हूँ भागते भागते।
सीओ सैयद मजहर अली का कहना है कि एसडीएम साहब के सूची में नाम न होगा जो गौरमेन्ट्स आफ इण्डिया के तहत है। नहीं तो हमारे यहां सब काम आनलाइन सिस्टम से हो जाते हैं।
रिपोर्टर: नसरीन