फैजाबाद हुवय चाहे अम्बेडकरनगर हर जगह चोरी कै घटना दिन प्रतिदिन बढ़त जात बाय। लकिन चोरी कै खुलासा साल दुई साल बादौ नाय हुवत। न ही चोर पकड़ा जाए।
हर रोज कहूं न कहूं चोरी कै घटना सुनै का मिलाथै। कहूं मोबाइल के दुकान मा चोरी तौ कहूं जेवर चोरी अउर घरमा मा घुसके चोरी कै घटना सुनै का मिलाथै। लकिन न चोर कै पता चलै कि कहां कै रहे न ही पकड़ा जाए। मनई केतना मेहनत से एक एक पैसा जुटाय के सामान खरीदा थै। अउर वही अपने रोजी रोटी कै जरिया बनावाथै। लकिन सुख से रहै खाय नाय पावत। अज्ञात के खिलाफ चोरी कै रिपोर्ट दर्ज तौ होय जाथै लकिन चोरी करै वाले कै साल छह महीना बादौ नाय पता चलत। फैजाबाद मा व्यापारी अउर मोबाइल के दुकान मा चोरी हुवय से व्यापारी चैक सड़क जाम करिन। अउर चोरी कै जल्दी खुलासा न हुवय पै आन्दोलन कै चेतावनी दिहिन। लकिन फिर भी कउनौ सफलता नाय मिली। स्कूल मा चोरी होय जाय से गेदहरन का भूखे पेट पढ़ाई करै का पराथै। यही नाय हर दिन चोरी कै घटना बढ़त जात बाय। जवन काफी चिन्ता कै विषय बनी बाय। लकिन फिर भी षासन प्रषासन नाय चेतत।
चोरी कै खुलासा करै कै दावा पुलिस प्रषासन भी कराथै लकिन चोरी कै खुलासा नाय होय पावत? मनई के लाख धरना प्रदर्षन अउर अधिकारियन का ज्ञापन सौंपय के बजाए कउनौ फायदा नाय हुवत? आखिर कब थमे ई चोरी? यहि मामला मा षासन प्रषासन का भी काफी सक्त हुवय कै जरूरत बाय। जेसे गरीबन का न्याय मिल सकै।
चोरी कै बढ़त घटना जिम्मेदार के?
पिछला लेख