जिला वाराणसी। लाके सभा के चुनाव के लके हिँदुस्तान मेँ हलचल मचल हव। लेकिन अगर सबसे ज्यादा हलचल हिं मचल हव त उ हव बनारस। काहें से कि इहां के अधिकतर पार्टी के दिग्गज नेता खडा़ हयन। कागंसे्र से अजय राय, सपा से कैलाश चैरसिया, बसपा ये विजय प्रकाश जायसवाल आउर आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविन्द केजरीवाल। भाजपा के खुद नरेन्द्र मोदी मैदान में उतरल हयन। लेकिन एन लोगन के मैदान मेँ उतरले ना उतरले कउन फायदा हव। पहिल भी जनता के बीच जनता पीसात रहल। कल भी जनता अपने विकास खातिरतरसत रहल। आज भी जनता अपने विकास कराव के वालन के आसरा देखात हव। गरीब जनता खातिर के कउनों सुनवाई नाहीं हव। जनता खातिर के कम अपने खातिर के ज्यादा प्रचार करत हयन। कोई अपने नाम आउर फोटो के टीशर्ट बाटवा रहल हव त कोई अपने पार्टी के नाम के टोपी बटवा रहल हयन। आखिर जनता के इ सब से का मिली। जनता के गुजारा कइसे होई? जनता के त अइसन लागे स उम्मीद हव कि जके आव के त उनक गांव मेँ कछु विकास कर के आदर आदे के गां व कछु विकास मेँ होवे।
चुनाव जनता आउर नेता
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