जिला चित्रकूट, ब्लॉक रामनगर, गांव नादिन कुर्मियांन। रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 17 नवम्बर को 25 वर्षीय शांति की नसबंदी के कारण मौत हो गई। उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेन्द्र कुराचिया ने मौत की वजह बेहोशी की दवा से हुई प्रतिक्रिया बताई।
शांति सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में नसबंदी करने के लिए अपनी सास राजकुमारी के साथ गई, जहां नसबंदी के ऑपरेशन के लिए उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन दिया गया। इस दवा के प्रतिक्रिया के कारण शांति की तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें कर्वी इलाज के लिए भेज दिया गया। वहां भी स्थिति नहीं सुधरने पर उन्हें इलाहबाद इलाज के लिए भेज दिया और इलाहबाद में शांति की मौत हो गई।
शांति की मौत पर उसकी चाची नीलम कहती हैं, “हैरानी हो रही हैं कि कैसे वह मर सकती हैं। वह तो बिल्कुल स्वस्थ थी और खुद चलकर अस्पताल में गई थी ।”
शांति की मौत पर उसके जेठ सूरजलाल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के खिलाफ कार्रवाई और शांति के बच्चों के लिए आर्थिक मदद की मांग कर रहे हैं। वहीं डॉक्टर कुराचिया दवा की प्रतिक्रिया वाली अपनी बात को बार-बार दोहरा रहे हैं । वह कहते हैं, “मैंने 26 नसबंदी अभी तक की हैं, पर ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी महिला की मौत नसबंदी के दौरान हुई है।”
वह शांति के परिवार को 2 लाख रुपये की सरकारी मदद मिलने की बात बताते हैं कि नसबंदी के दौरान या करने के 7 दिन बाद अगर किसी महिला की मौत होती है, तो उसके परिवार को 2 लाख रुपये की सरकारी मदद दी जाएगी। हालांकि शांति की सास मायूस चेहरे के साथ कहती हैं, “इन पैसों से मेरी बहू की कमी तो कभी पूरी नहीं हो सकती है।”
रिपोर्टर- सहोद्रा और नाजनी