24 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित
जिला चित्रकूट। रामघाट मा मेला के चहल – पहल हमेशा रहत हवैं। दीपावली के समय तौ या धार्मिक जघा मा बहुतै रौनक रहत हवै। एक कइत गधा मेला लागत हवै तौ दूसर कइत अमावस्या का मेला होत हवैं। हिंया पूर कार्तिक के महीना मा मेला चलत हवैं। मेला मा देखत बनत हवै मौनी नाच।परीवा के दिना कलाकार दिन भर मौन रहत हवै फेर शाम के मौनी नाच करत हवै। दुकानदार अनूप केशरवानी का कहब हवै कि साल का सबसे बड़ा त्यौंहार आय।बाहर से लाखों मड़ई हिंया दीया जलावें आवत हवैं अउर प्रसाद खरीदत हवैं।
इलाहाबाद से आये दिलीप कुमार का कहब हवै कि हम सत्रह मड़ई आपन परिवार साथै मेला करें आये हन। मेला मा चार दिन रुकित हन। रेखा साहू बताइस कि हम हर साल हिंया दीपावली के समय मेला करे अइत हन।फिरोजाबाद के पुष्पा देवी का कहब हवै कि दीपावली मा खास मेला लागत हवै अउर पूर कार्तिक महीना चलत हवैं। कानपुर का हुसैन अली बताइस कि मैं हिंया हर अमावस्या का सिंदूर बेंचे आवत हौं। कर्वी का किरण कुमार बताइस कि या दरकी मेला कम रहा हवै।
नाजनी रिजवी और सुनीता