18 अक्टूबर 2017 को प्रकाशित
जिला चित्रकूट,ब्लाक रामनगर,कस्बा राजापुर। 12 अक्टूबर का प्रीति के मउत आगी लागे से होइगे हवै। मइके वाले प्रीति के मउत का हत्या बतावत हवै अउर ससुराल वाले यहिका आत्महत्या का नाम देत हवैं। केंद्र सरकार के 201 3 से 20 15 तक के आंकड़ा मा दहेज के कारन चौबिस हजार सात सौ इकहत्तर मउत भे रहै। जेहिमा से सात हजार अड़तालीस मउत उत्तर प्रदेश मा भे रहैं।प्रीति के महतारी सकुनिया बताइस कि ससुराल वाले मोर लड़की से दहेज के मांग करत रहै यहै कारन वहिका जला के मार डालिन हवै।
प्रीति का मनसवा बताइस कि हमार कउनौ बड़ी लड़ाई नहीं भे रहै पता नहीं वा कहे आत्महत्या करिस हवै।प्रीति का ससुर सम्पत बताइस कि मोहिका कुछौ पता नहीं आय काहे से घटना के समय मैं घर मा नहीं रहें आहूं।
अपर पुलिस अधीक्षक बलवंत चौधरी का कहब हवै कि मुकदमा लिख गा हवै अपराधी के खिलाफ जल्दी कारवाही कीन जई।दहेज उत्पीड़न का दूसर मामला जिला बांदा ब्लाक नरैनी,गांव गोर परवा मा सउहें आवा है। हेंया के सदरूनिशा दहेज उत्पीड़न के कारन अपने मनसवा से अलग होइगे रहै।2011 मा अदालत दूनौ का अलग कई दिहिस रहै पै वहिकर मनसवा अबै तक गुजारा भत्ता का एकौ रुपिया नहीं दिहिस आय।सदरूनिशा का कहब है कि मोहिका ससुराल मा मारत रहै अउर दहेज खातिर ताना देत रहै यहै कारन मैं अलग होइ गई हौं। मोर मनसवा दूसर शादी कइ लिहिस हवै। सदरूनिशा का देवर जाहिर बताइस कि दूसर शादी करिस है तौ सबूत दे का पड़ी।सदरूनिशा का वकील उस्मान अहमद का कहब है कि वहिकर मनसवा के सम्पत्ति बेचीं जई अउर वहिके खिलाफ वारंट भी निकला जइ।
बाईलाइन-गीता देवी और सहोद्रा