जिला चित्रकूट, ब्लाक मऊ, गांव डोड़िया माफ़ी चुनाव आवै वाला हवै पै या गांव मा बूथ नहीं बना आय। जेहिसे वोट डाले खातिर गांव के मड़ई बहुतै परेशान हवैं। गांव के मड़ई बूथ के मांग करत हवैं।बूथ न होय से तीन सौ मतदाता के वोट बेकार होइ जइहैं।
सुरेश का कहब हवै कि डोिड़या माफी गांव जंगली इलाका मा हवैं। वोट डाले खातिर बहुतै दूरी जाये का पड़त हवै। यहै कारन बूढ़ विकलांग अउर मेहरिया वोट डाले नहीं जा पावत हवैं। जेहिसे हर दरकी बहुतै वोट छूट जात हवैं।
जुगुन्थी अउर रंजना का कहब हवै कि मेहरियन का बहुतै दूरी वोट डाले जाय का पड़त रहै, आपन छोट-छोट लड़का बच्चा छोड़ के कहां जाये,यहै कारन अब उंई वोट डाले नहीं जा पावत हवैं। पैदल जाये का पड़त हवै कुछौ साधन नहीं आय। चलत-चलत मेहरिया थक जात हवैं।
ननकउना का कहब हवै कि जबै प्रधानी का चुनाव होत हवै तबै हिंया मड़ई आवत हवै नहीं तौ एक गांव का वोट ले नहीं आवत हवै। हिंया तीन सौ वोटर हवै। मतदाता सोचत हवै कि वोट डालें खातिर बूथ बन जात तौ हमहूँ वोट डालित।
प्रधान श्री नाथ प्रसाद का कहब हवै कि बूथ न होय से आधा अधूरा मतदान होत हवैं। हर दरकी 25 वोटर छूट जात हवै।बिजली के समस्या सबसे ज्यादा हवै यहै कारन बूथ नहीं बना आय।
बसपा कार्यकर्ता समरजीत सिंह का कहब हवै कि 5 किलोमीटर दूरी मड़इन का वोट डाले जाये का पड़त हवै पहिले से पता होत तौ हिंया बूथ के व्यवस्था कइ दीन जात।अब तौ हिंया के मड़इन का 5 किलोमीटर दूरी वोट डाले जाय का पड़ी।
रिपोर्टर- सुनीता
Published on Feb 20, 2017