चित्रकूट जिला के प्राथमिक विद्यालय हड़हा मा बाउंड्री न होय के कारन जानवर आपन अड्डा बनायें हवैं।जबै बच्चा स्कूल मा पढ़त हवै तबै भी जानवर स्कूल के भीतर घुमत रहत हवैं। यहिसे बच्चन के पढ़ाई मा बाधा पहुंचत हवै।
खाना बनावें वाली शकुन्तला अउर गुजरतिया बताइन कि बाउंड्री न होय से भीतर तक कुत्ता अउर जानवर घुसत चलें आवत हवैं। जानवर अउर मड़ई हिंया टट्टी तक कइ जात हवैं। स्कूल के हैन्डपम्प मा गांव के मड़ई नहायें आ जात हवैं।दस साल से बाउंड्री टूट पड़ी हवै। आंधी पानी आवे के कारन बाउंड्री टूट गें रहै।उपासना अउर पायल का कहब हवै कि हम पेड़ पौधा लगाइत हवै तौ मड़ई उखाड़ लइ जात हवैं। स्कूल मा गन्दगी के कारन हम खेल नहीं पाइत अउर न ठंडी मा बाहर बइठ पइत आय।हेडमास्टर राजकुमार केशरवानी का कहब हवै कि मैं या स्कूल मा पिछले साल आयें हौं। बाउंड्री खातिर प्रधान अउर शिक्षा विभाग मा कइयौ दरकी दरखास दीने हौं पै सुनवाई नहीं भें आय प्रधान प्रतिनिधी दिनेश का कहब हवै कि तीन स्कूल के बाउंड्री बनवावें का हवै। जबै रुपिया आ जई तौ तुरतै बाउंड्री बनवाई जइहैं। एबीआरसी महेश प्रसाद का कहब हवै कि चौदहवें वित्त आयोग के तहत स्कूल के बाउंड्री बनवाई जइहैं।
रिपोर्टर-सुनीता देवी
Uploaded on Dec 5, 2017