जिला चित्रकूट, ब्लाक पहाड़ी, गांव लोहदा मनरेगा के तहत 6 महीना पहिले तालाब खोदाईका काम भा रहै। पै मजूरन का मजूरी नहीं मिली आय।मनरेगा आधिकारी विनय श्री वास्तव कहत हवै कि जांच जई।
अवधेश अउर भोला का कहब हवै कि मनरेगा मा अलग-अलग काम कराये गें हवै। पै अबै तक कोउ का मजदूरी नहीं मिली आय। अगस्त मा एक महीना काम करे हन।मनरेगा मा लगातार काम नहीं मिलत आय 10 दिन काम चलत हवै, तौ 15 दिन बंद रहत हवै। बाहर चले जइत हन।
सेमिया अउर गंगिया का कहब हवै कि चार-चार बच्चा हवै। बच्चन का लइके कहां जई। मनरेगा मा काम नहीं मिलत आय। जउन काम करै हन वहिके मजूरी अबै तक नहीं मिली आय। आपन बच्चन के कसत पेट भरी हमार बच्चा भूखन करत हवै। रामवती बताइस कि मोर आदमी विकलांग हवै।
कारन वहिकर अब काम करत हौं। अउर काम करे भी जात हवै पैअब मनरेगा मा काम नहीं मिलत आय तौ बहुतै परेशानी होत हवै।
रिपोर्टर- नाजनी रिजवी और सहोद्रा देवी
चित्रकूट जिले के लोहदा गांव में मनरेगा डी सी का कहना मजदूरी नहीं बकाया, मजदूर बोले नहीं मिला पैसा?