जिला चित्रकूट,ब्लाक रामनगर कस्बा राजापुर बुन्देलखण्ड मा पानी के समस्या के पहेली बन के रहि गे हवै पता नही कबै पानी के समस्या खतम होइ। हिंया के दलित बस्ती के आबादी काबडी दुइ हजार हवै पै एक हैन्डपम्प बस लाग हवै जेहिसे मड़इन का पानी भरे खातिर सुबेरे से शाम तक लाइन मा लाग रहै का पड़त हवै। मड़ई कहत हवै कि हैन्डपम्प बन वावे खातिर चंदा कीन गा रहै। पै तबहू हैन्डपम्प नही बने आहीं।जिला चित्रकूट,ब्लाक रामनगर कस्बा राजापुर बुन्देलखण्ड मा पानी के समस्या के पहेली बन के रहि गे हवै पता नही कबै पानी के समस्या खतम होइ। हिंया के दलित बस्ती के आबादी काबडी दुइ हजार हवै पै एक हैन्डपम्प बस लाग हवै जेहिसे मड़इन का पानी भरे खातिर सुबेरे से शाम तक लाइन मा लाग रहै का पड़त हवै। मड़ई कहत हवै कि हैन्डपम्प बन वावे खातिर चंदा कीन गा रहै। पै तबहू हैन्डपम्प नही बने आहीं। रजनिया अउर लीला बताइन कि दुइ महीना से पानी के बहुतै समस्या हवै सुबेते सात बजे से पानी खातिर लाइन मा लागे का पड़े हवै। काहे से हर काम करै खातिर पानी के जरूरत पड़त हवै खाना बनावै नहाए अउर कपड़ा धोवे खातिर पानी लावे का पड़त हवै यहिसे बच्चन का स्कूल भेजे मा बहुतै देरी होइ जात हवै। धीरू अउर महेश सोनकर का कहब हवै कि कि चाहे जबै हिंया का हैन्डपम्प ख़राब होइ जात हवै तौ एक किलोमीटर दूरी से पानी खातिर जाये का पड़त हवै हमार दलित बस्ती मा कुछौ सुनवाई नही होत आय। चंदा कइके के हैन्डपम्प बनवाइत हवै। पेपर का दरखास दीने हन पै कुछौ सुनवाई नहीं भे आये। जल विभाग के गिरजा शंकर का कहब हवै कि राजापुर के या बस्ती मा 12 हैन्डपम्प लाग हवै 10 हैन्डपम्प रिबोर कीन गे हवै 4 रिबोर खातिर बाकी हवै।
रिपोर्टर- सहोद्रा
Published on Jul 18, 2017