तिल, गुड़, चूड़ा-दही अउर दाल समेत कइयौ चीजन के खरीददारी खिचड़ी के त्यौहार मा होत हवैं। 14 जनवरी का मनावे जाये वाले या त्यौहार का मड़ई मकर संक्रांति के नाम से भी जानत हवैं। चित्रकूट जिला के मऊ ब्लाक के दालमंडी मा मूंग, उर्द समेत कइयौतान के दाल बिकत देखाई देत हवैं। त्यौहार के या मौसम मा मड़ई दाल के खरीदत हवैं।
हरिश्चंद्र का कहब हवै कि एक नम्बर के दाल अस्सी से साठ रुपिया किलो बिकत हवै। दूसर नम्बर के दाल पचास से पैतालिस रुपिया किलो बिकत हवै। माघ के महीना मा ज्यादा दाल बिकत हवै। रूपा बताइस कि त्यौहार मा खिचड़ी बनावै खातिर दाल खरीदित हवै। कमला देवी बताइस कि मूंग के दाल से बरी, मुगौड़ा अयर दाल बनत हवैं। बहुतै मेहनत से दाल के पैदावार करित हवै। दुकानदार गीता बताइस कि या साल दाल के ज्यादा पैदावार भे हवै तौ दाल सस्ती हवै। दुकानदार बेनी प्रसाद का कहब हवै कि सबसे ज्यादा खिचड़ी मा मूंग, उर्द के दाल बिकत हवै। बरसात मा कम बिक्री होत हवै।
रिपोर्टर- सुनीता देवी
Published on Jan 8, 2018