जिला चित्रकूट, ब्लाक मानिकपुर,गांव पतेरिया मा स्वच्छ भारत मिशन योजना दम तोड़त देखाई देत हवै, काहे से या गांव मा अबै भी मड़ई शौच खातिर खेतन मा जात हवैं। 2017-18 मा गांव के दुई मड़इन के घर मा शौचालय बने भी हवै तौ दूसर क़िस्त न आवै से अधूरे पड़े हवै।
बूढ़ फूल देवी का कहब हवै कि मैं गोड़ से लागर हौं। शौच न जायें का पड़े यहै खातिर खाना नहीं खाती आहूं, काहे से शौच जायें मा गिर जात हौं। गिल्लन देवी बताइस कि हमें शौच खातिर दुई किलोमीटर जायें का पड़त हवै। सोनिया का कहब हवै कि शौच जायें मा बहुतै परेशानी होत हवै पै का करी प्रधान नहीं सुनत आय। दुसरेन के खेत मा जइत हवै तौ मड़ई गाली देत हवैं। किरन का कहब हवै कि हम शौचालय खातिर फार्म भरे हन, पै अबै तक शौचालय नहीं मिले आहीं। प्रधान आश्वासन बस देत हवै।
पंचायत मित्र इयोनन्द का कहब हवै कि या दरकी पचपन शौचालय आई हवै अउर सबै बन गई हवै। जउन अधूरे पड़े हवै तौ वहिकर कुछौ काम देखावै का पड़ी तबै दूसर क़िस्त का रुपिया अई।
बीडीओ आशाराम का कहब हवै कि पहली क़िस्त से गड्ढा अउर दीवाल बनके देखावै तबै दूसर क़िस्त का रुपिया मिली।
रिपोर्टर- राधा
Published on Mar 8, 2018