चित्रकूट जिला, ब्लाक रामनगर बरेठी गांव प्राथमिक विद्यालय मा खाना बनावै वाली तीन मेहरियन का तीन महीना से वेतन नहीं मिला आय।यहै कारन हेडमास्टर विभाग वालेन का दरखास दिहिन हवै ।
खाना बनाने वाली रमा देवी बताइस कि वहिके चार चार बच्चा हवै न खाय का आय न पहिने का आय । दुइ दुइ बिटिया हवैं। हमरे लगे खेती बाड़ी भी नहीं आय, जेहिसे हमार खर्चा चल सकै । बाप महतारी थोड़ी बहुतै मदद कइ देत हवैं। तौ वहिसे का होत हवैं ,कुछौ खर्चा नहीं चलत हवैं । तीन महीना से वेतन नहीं मिली आय ।वेतन मिल जात तौ हमार खर्चा चले लागत ।
दूसर मेहरिया मुनिया देवी का कहब हवै, कि नौ बजे सुबेरे अइत हन, अउर शाम के पांच बजे हमार छुट्टी होत हवै। काम करै तौ रोज आवत हन पै वेतन तीन महीना से नहीं मिला आय ।
तीसर मेहरिया बबली का कहब हवै कि हम गरीब मड़ई कहां तक बिना वेतन के काम करी । मास्टर हमेशा कहत हवैं कि बढ़ी वेतन अई तौ अबै तक नहीं आई हवैं । हमै या नहीं पता कि एक हजार वेतन मिलत हवै कि केत्ती मिलत हवै ।
हेडमास्टर सचेन्द्र का कहब हवै कि हर दरकी हमार खाता मा समय से वेतन आ जात रहै । पै या दरकी तीन महीना से खाना बनावै वाली मेहरियन के वेतन नहीं आई आय ।यहै खातिर विभाग का लिखित दरखास दीनगे हवैं।
रिपोर्टर- सहोद्रा
10/10/2016 को प्रकाशित