तेलगु देशम पार्टी (तेदेपा) की पोलित ब्यूरो की बैठक में एनडीए(मोदी सरकार) से अलग होने के साथ ही केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का भी फैसला किया गया है।
इससे पहले आंध्र प्रदेश में ही मुख्य विपक्षी पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। दोनों ही दल राज्य में केंद्र से विशेष दर्जे की मांग के मुद्दे भुनाना चाहते हैं।
इससे पहले टीडीपी ने जो कि राज्य की सत्ता में काबिज है, वाईएसआर कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन का भी ऐलान कर दिया था।
वहीं, कांग्रेस जो इस समय लोकसभा चुनाव को लेकर यूपीए के दायरे को बढ़ान की कोशिश में लगी हुई है, टीडीपी के अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन का ऐलान किया है।
आंध्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एन रघुवीरा रेड्डी ने कहा कि पार्टी केंद्र के खिलाफ टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस की ओर से लाए जा रहे अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी।
वामदलों ने भी अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन देने का ऐलान किया है।
वहीं पश्चिम बंगाल में वामदलों की धुर विरोधी टीएमसी नेता ममता बनर्जी ने भी टीडीपी के फैसले का स्वागत किया है। ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैं सभी राजनीतिक दलों से अपील करती हूं कि सभी राजनीतिक मिलकर काम करें।