जिला महोबा, ब्लाक कबरई, गांव पचपहरा। ई गांव में पांच साल प्रधानी बीते के बाद भह गांव विकास के लाने रोउत हे। आओ जानत हे गांव के बारे में जानता से बल्लू बताउत हे कि में ओर मोई ओरत विकलांग हे। बैसाखी चलत हे। केऊ दइयां कहो हे आज तक कोनऊ खा शौचालय नई दई हे। आधा किलोमीटर की दूरी शौचालय के लाने जाये खा परत हे। हमें दो कदम मुश्किल परत हे, पे प्रधान ध्यान नई देत हे।
छोटेलाल कहत हे कि हमाये गांव में कभऊं सफाई नई होत हे। एक साल में एक दइयां सफाई करन आउत हतो। जीसे पूरे गांव में गन्दगी फेली रहत हे। किरन कहत हे कि एसी महगाई में पेट रोटी चलाउब तो मुश्किल परत हे। प्रधान से पांच साल बीत गये आज तक एकऊ आवास नई बनवाये हे। हम छप्पर बना के राहत हे।
गेंदारानी कहत हे कि आठ साल के जाबकार्ड बने हे। आज तक प्रधानी में काम नई मिलो हे। हम लोग महोबा मजदूरी करन जात हे।
गांव के कछु आदमी कहत हे कि पांच साल में कछू काम नई भओ हे। अब दुबारा चुनाव आसे के कारन गांव में सफाई कराउन लगो हे।
प्रधान तुलसारानी को लड़का तेजप्रताप बताउत हे कि मोये गांव में चैतिस आदमी हे जोन आवास के पात्र हे। 14 बी.पी.एल. सूची में नाम वालेन के सूची बना के ब्लाक जमा करी हती। जीमें से एक आवास आओ हे। तीन महिना पेहले डेढ़ सौ शौचालय की मांग करी हती। जोन नई मिले हे। गांव में दो सी.सी. रोड ओर दो सम्पर्क मार्ग बनवाये हे।