जून की तपती गर्मी में अगर ठंडे पानी में तैराकी करने को मिल जाये तो इससे अच्छा और क्या होगा। जी हाँ, खबर लहरिया आपको ले चलता है फ़ैजाबाद जिले के क्षेत्रीय खेल कार्यालय में जहाँ गर्मियों में लोगों को तैराकी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यहाँ न केवल बच्चे और युवा मौजूद हैं बल्कि बड़ी संख्या में महिलाएं और उम्रदराज लोग भी तैराकी का मज़ा ले रहे हैं।
मार्च से नवम्बर के बीच चलने वाले इस तैराकी प्रशिक्षण की खास बात यह है कि इसमें घरेलू महिलाएं अपने बच्चों के साथ तैरना सीख रही हैं।
तैराकी सीखने आयीं शोभिता वर्मा कहती हैं, अभी 12 दिन ही हुए हैं सीखते हुए और यह अनुभव बहुत अच्छा है। मेरे बच्चे अकेले पानी में नहीं उतर रहे थे तो मैंने सोचा इसी बहाने में भी उनका साथ दे पाऊँगी और बस मैं पानी में उतर गयी। तैराकी मेरे लिए व्यायाम जैसा है इसलिए भी यह मुझे पसंद है। मैं इससे फिट रहूंगी।
हालाँकि यहाँ सिखाने के लिए कोच मौजूद हैं फिर भी परिवार के लोग बच्चों के साथ आ कर अपने लिए भी कुछ अच्छे अनुभव जुटा रहे हैं। यहाँ कुछ बच्चे और युवा शौकिया सीख रहे हैं तो कुछ प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए यहाँ दो से तीन साल तक के लिए तैयारियां भी करते हैं।
कई महिलाएं मानती हैं कि तैराकी उनके बच्चों के स्वास्थ्य और उनके दिमाग के लिए बेहद जरुरी हैं। यही नहीं इससे बच्चो की लंबाई बढ़ती हैं और कमजोर या पतले बच्चों का स्वास्थ्य अच्छा होता है।
तैराकी कोच राकेश सिंह का कहना है कि यहाँ हम मुख्यरूप से प्रतियोगिताओं के लिए प्रशिक्षण देते हैं। पिछले ही हफ्ते हमारे यहाँ के दर्जन भर बच्चों ने जिला स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था।
रिपोर्टर- मनीषा
09/06/2017 को प्रकाशित