खबर लहरिया बुंदेलखंड गमले में पौधे लगाना तो सबको पसंद है लेकिन कैसे बनते हैं गमले? आइए जानते हैं ललितपुर जिले में

गमले में पौधे लगाना तो सबको पसंद है लेकिन कैसे बनते हैं गमले? आइए जानते हैं ललितपुर जिले में

क्या आप पौधे लगानें के शौकीन है?क्या आपको भी घर में गमले रखना पसंद है? कानपुर के रहने वाले रिजवान खान जो ललितपुर जिले में रहते है। रिजवान खान गमला बनाने का काम अपने घर पर करते है।
रिजवान का कहना है कि गमला बनानें का काम राजस्थान के कोटा से सीखा है। वहां मेरे चाचा की दुकान है।वही से गमला बनाना सीखा है, वहां रोज दो-तीन सौ गमले रोज बनतें हैं। अब मैं यहां गमले बनता हूँ। गमला बनानें के लिए सूखी सीमेंट सांचे में डालते है फिर उसमें मसाला बनाकर भरते है। गमला बनाने का पूरा काम हाथ से किया जाता है मशीन से कुछ काम नहीं होता है। एक दिन में कभी दो-चार तो कभी हजार भी बिक जाते है। सबसे ज्यादा मीडियम साइज के गमले बिकते है। सत्तर रूपये से लेकर चार सौ रूपये तक के गमले हैं। लोग ज्यादातर ह्रेओर लाल रंग के गमले पसंद करते हैं।   

रिपोर्टर- सुषमा

Published on Jan 16, 2018