जिला चित्रकूट, ब्लाक पहाड़ी, गांव रम्पुरिया हिंया के किसान 10 साल से गन्ना के खेती करत हवै काहे से गुड़ चीनी बहुतै मंहगा बिकत हवै यहै कारन हिंया के मड़ई गन्ना के खेती कइ के खुदै चीनी गुड़ बनावत हवै अउर बेंचत हवैजिला चित्रकूट, ब्लाक पहाड़ी, गांव रम्पुरिया हिंया के किसान 10 साल से गन्ना के खेती करत हवै काहे से गुड़ चीनी बहुतै मंहगा बिकत हवै यहै कारन हिंया के मड़ई गन्ना के खेती कइ के खुदै चीनी गुड़ बनावत हवै अउर बेंचत हवै जेहिसे उनकर घर का खर्चा चलत हवै पै गन्ना के खेती करै मा बहुतै मेहनत करे का पड़त हवै। प्रेमा देवी अउर लीला देवी का कहब हवै कि मार्च के महीना मा गन्ना के खेती का काम शुरू होत हवै। दवाई के पाउडर लगा के गन्ना खेतन मा लगावा जात है जबै गन्ना बड़ा होइ जात हवै तौ वहिका तीन दरकी निराई कीन जात हवै। पानी मा गन्ना पीला पड़ जात हवै यहिसे गुड़ नीक नहीं बनत आय तबै हमें गन्ना मा किरवा के दवाई डाले का पड़त हवैं। बाजार मा 30 रुपिया किलो गन्ना बिकत हवै यहै कारन गन्ना के खेती कइके खुदै गुड़ बनाइत हन अउर बेंचित हन। जेहिसे हमार घर का खर्चा भी चल जात हवै। सतेतु खान का कहब हवै कि एक बीघा गन्ना बोवे मा 25 सौ रुपिया लागत हवै। एक दरकी बोये गन्ना से तीन दरकी फसल तैयार होत हवै अउर तीनो दरकी बराबर मेहनत करै का पड़त हवै।
रिपोर्टर- सहोद्रा
28/06/2017 को प्रकाशित