जिला बांदा, ब्लाक बड़ोखर खुर्द, गांव बांधा पुरवा अउर कतरावल। दूनौ गांवन मा मातृ शिशु एंव परिवार कल्याण केन्द्र के इमारत बनी है, पै खुलत निहाय। या मारे गांव के जनता इलाज खातिर भटकत है।
बांधा पुरवा गांव के राम दुलारी अउर सुनीता बतावत हैं-“हमरे गांव का मातृ शिशु एंव परिवार कल्याण केन्द्र सोलह साल पहिले बना रहै। आठ साल तक खुला है। अब बन्द है। या कारन हम लोगन का बारह किलो मीटर दूर बांदा दवाई करावैं अउर डिलेवरी खातिर जाय का परत है। रात बिरात साधन तक नहीं मिलत आय। यहिके खातिर कइयौ दरकी ए.एन.एम. से कहा है। ए.एन.एम. रसती देवी का कहब है कि जबै से मैं आई हौं, तौ दुई तीन दरकी इमारत के मरम्मत करवा चुकी है। पैंतिस सौ रूपिया का दरवाजा खरीद के लगाये हौं गांव के मड़ई खिड़की दरवाजा सबै तोड़ देत हौं। यहिसे मैं महिला अस्पताल मा डिलेवरी करावत है। यहैतान कतरावल गांव के राजाबाई, सुशीला, कहत है कि हमरे हेंया का उपकेन्द्र दस साल पहिले बना रहै पै खुलत निहाय। या मारे कतौ महुआ कतौ बांदा दवाई अउर डिलेवरी खातिर जाय का परत है। शासन प्रशासन इमारत तौ बनवा देत है, पै वहिमा केतनी सुविधा है या पलट के नहीं देखत आय।
स्वास्थ्य विभाग के बड़े बाबू आलोक कुमार कहत हैं कि केन्द्र गांव के बाहर बना है। यहिसे ए.एन.एम. नहीं जात प्रधान के घर या स्कूल मा बइठ के टीका लगावत है। जबै केन्द्र के पास बस्ती होइ जई तौ खुलै लगी।
गन्दगी से भरा उपकेन्द्र
पिछला लेख