जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव डिघवट। हेंया के रामदेवी के बिटिया सुशीला 2 अगस्त 2013 का सुबेरे आठ बजे गोरू लइके हारै जात रहै। तबै गांव का भुरवा सुशीला का रास्ता मा रोक मारपीट करिस है।
रामदेवी कहत है-“मोर अउर भुरवा के कउनौ लड़ाई नहीं रही आय। मोर बिटिया गोरू चरावैं हारै जात रही है। भुरवा बिटिया का यतना मारिस है कि वहिका पूर हाथ सूझ आवा। जबै बिटिया घरै आ के बताइस तौ मैं भुरवा से कहेंव तौ भुरवा हमका गाली गलौज करत रहै। यहिके रपट मैं चिल्ला थाना मा लिखाये हौं, पै गरीबन के कउनौ सुनवाई निहाय।” भुरवा बतावत है कि मैं सुशीला का नहीं मारेव मोर झूठ के रपट लिखावै चिल्ला थाना गे रही है।
चिल्ला थाना का मुंशी लाखन कहिस कि भुरवा के खेत मा सुशीला के गोरू घुस गे रहै। वहै बात का लइके भुरवा के मेहरिया चुन्नी अउर सुशीला के बीच लड़ाई अउर मारपीट भे। यहिसे सुशीला के हाथ मा चोट आ गे है।
खेत मा जानवर घुसै से लड़ाई
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