2017 के विधान सभा चुनाव तैयारी जोर शोर से चलत हवै। बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस पार्टी अउर समाजवादी पार्टी समेत सबै पार्टी के नेता आपन-आपन पार्टी के प्रचार प्रसार मा लाग हवैं। सबै पार्टी का हर नेता सोचत हवै कि कउन-कउन तरीका से जनता का आपन पक्ष मा वोट दे का मजबूर कइ सकित हवै।
समाजवादी पार्टी आपन घरेलू दंगल के बाद आपन पक्ष मा करै खातिर जनता का लुभावत हवैं। स्कूली बच्चन का लैपटाप, मड़इन का स्मार्ट फोन, मेहरियन का पेंशन दइ के आपन पक्ष मा करै के कोशिश करत हवै।
भारतीय जनता पार्टी भी कहत हवै कि हमार सरकार बनी तौ देश मा परिवर्तन आ जई। कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी भी बुन्देलखण्ड मा जघा-जघा खाट सभा कइके मड़इन से बहुतै वादा करिन हवैं। इनतान हर पार्टी के नेता अपने-अपने कइत से पूर कोशिश करत हवै कि या दरकी के विधानसभा चुनाव के बाद उन कर सरकार बनैं।
अब बुन्देलखण्ड के मड़ई भी नेता के चाल समझे लाग हवैं। यहै कारन कइयौ गांव के मड़ई या दरकी चुनाव का बहिष्कार करिन हवै गांव के मड़इन का कहब हवै कि “जवै तक हमार गांव का विकास न होई तौ हम कउनौ नेता का वोट न देबें।”
बांदा के चंदौर गांव के प्रधान अउर मड़इन का कहब हवै कि “पिछले विधानसभा का चुनाव मा हम वोट दीने हन पै हमार गांव के कउनौ समस्या के सुनवाई नही भे आय यहै कारन या दरकी जबै तक हमार गांव का विकास न होइ तौ हम वोट न देबैं।
हमार गांव मा न स्कूल आही, न अस्पताल आय न मेहरियन के पेंशन बनी आय।”
चित्रकूट के चंदई गांव के मड़ई भी या दरकी के चुनाव का बहिष्कार करिन हवै तौ नेता अउर मंत्री देखाई देत हवै बाकी समय फिर उंई नहीं देखात आही। जउन विकास का वादा कइ जात हवैं, एकौ विकास नहीं करा वत आही। यहै से या दरकी हम नेतन के बात मा न अइबै। जो कोउ हमार गांव का विकास करी हम वहिका वोट देबै, खाली वादा करै से काम न चली।
अव हिया के जनता भी जागरूप होइगें हवैं यहै कारन नेता चाहे जेत्ता मड़इन का लुभावै के कोशिश करै। मड़ई आपन वोट अच्छा काम करै वाले नेता का देबै।