एते की नजारा अपने आदमी मोहम्मद साबिर के खिलाफ मायके में रह के खाना खर्चा को मुकदमा लड़त हे। नजारा ने आपन बीती कछु एसो बताओ हे।
नजारा ने बताओ कि मोओ आदमी मोहम्मद शाबिर दारू पी के मोये साथे रोज मारपीट ओर गाली गलौज करत हतो। जीसे में अपने बच्चन खा लेके महोबा के समदनगर में मताई बाप के एते रहत हती। अब मोये मताई बाप भी मर गये हें। छोट-छोट चार बच्चा हें। में मेहनत मजदूरी करें नई जा पाउत हों। जीसे बच्चन को पेट पाल सकों। मोओ आदमी कुलपहाड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में काम करत हे। ऊखें खिलाफ में खाना खर्चा को मुकदमा भी लगाये हांे। फिर भी कछू सुनवाई नइयां। एई से मेने 17 दिसम्बर 2013 खा एस.डी.एम. खा दरखास देके खाना खर्चा दिवायें की मांग करी हे।
खाना खर्चा को लड़त मुकदमा
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