जिला बांदा, ब्लाक तिंदवारी, गांव सैमरी, इलाहाबाद यू. पी. ग्रामीण बैंक। हेंया के किसान फसल बर्बादी का रूपिया पावैं खातिर 1 मई से बैंक के चक्कर लगावत हंै। पै बैंक मैनेजर खाता मा रूपिया नहीं भेजत है।
किसान इन्द्रजीत चंदन देवी अउर अतर सिंह का कहब है 15 अप्रैल का लेखपाल फसल नुकसान का सर्वे कइके रिपोर्ट बैंक मा भेज दिहिस है। सरकार कइत से किसानन खातिर बैंक मा रूपिया भी आ गा है। वा रूपिया सीधे किसानन के खाता मा आवै का है। हम पिछले साल जन धन योजना के तहत जीरो बैलेंश मा खाता खोलवाए रहन । वा खाता नम्बर हम बैंक मैनेजर का दीन है तौ वा कहत है कि पहिले खाता मा पांच सौ रूपिया जमा करौ तबै मुआवजा का रूपिया खाता मा टंªास्फारमर होई। नहीं तौ तीन महीना के भीतर रूपिया वापस होई जई। हमरे पास घरन मा खाय के लाले परे हंै तौ हम पांच सौ रूपिया कहां से जमा करी। जबै कि जन धन योजना मा कउनौ इनतान से रूपिया जमा करै का नियम निहाय।
बैंक मैनंेजर राम स्वरूप गुप्ता बताइन जीरो बैलेंस खाता किसानन के पास है। जब कि नियम मा है कि चालू खाता मा मुआवजा का रूपिया भेजा जई। पहिले किसान आपन खाता मा पांच सौ रूपिया जमा करैं तबै मुआवजा का रूपिया खाताा मा चढ़ावा जई।
खातन के बीच फंसा किसानन का मुआवजा
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