जिला बांदा, ब्लाक तिन्दवारी, गांव चिल्ला का मजरा चकला अउर गांव धौसड़। इं गांवन के मजदूर चकला के प्रधान इन्दी देवी अउर धौसड़ गांव का प्रधान छेदीलाल से खन्ती के सही नाप करै के मांग करिन हैं। प्रधान उनकर सुनवाई नहीं करै।
चकला गांव का गजराज, सुनील, बलराम अउर रेशमा बताइन कि सितम्बर 2013 मा सम्पर्क मार्ग मा खंती खोदै का काम कीन है। हम चारौ जने मिल के चालिस खंती खोदा है। प्रधान से कहा है कि हमार रूपिया खंती के हिसाब से बैंक मा लगा दे। प्रधान इन्दी देवी का मनसवा बिन्दा कहत रहा है कि नाप मा तुम्हार चालिस खंती के जघा उनतिस खंती निकरी हैं। इनका रूपिया लगा दिहिस है, पै हमार 11 खन्ती के मजदूरी नहीं मिली आय। यहिसे हम कहत हन कि हमार पूरी ख्ंातिन का रूपिया मिलै का चाही।
प्रधान इन्दी देवी का मनसवा बिन्दा कहत है कि अब लम्बाई दस फुट अउर चैड़ाई आठ फुट अउर गहराई 12 इंच के हिसाब से खंती के नाप कीन जात है। एक सौ बयालिस रूपिया एक खंती के मजदूरी मिलत है। 29 खंतिन का 2698 रूपिया उनके खाता मा लगा दीने हौं।
धौसड़ गांव के श्यामकली अउर हीरामनी कहिन की सितम्बर 2013 मा 22 खंती खोदा है जेहिका दूनौ के बीच तीन खंती कम नापी गई हैं। सौखी लाल अउर भोला बताइन कि हमार भी ख्ंाती प्रधान कम नापिस है। बड़ी मेहनत से छोट-छोट बच्चन का छोड़ के खंती खोदा है। वहिमा भी प्रधान पूरी ख्ंाती नहीं नापत आय। प्रधान छेदी लाल कहत है कि पक्की सड़क से नहर तक काम करावा है अउर सब का रूपिया एक हफ्ता मा मिल जात है। यहिसे नाप कम नहीं कीन जात है।