नई दिल्ली। दलितों की पार्टी मानी जाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा खत्म किया जा सकता है। चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार मई 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान एक भी सीट न जीत पाने और मानक स्तर से कम प्रतिशत वोट पाने के कारण पार्टी पर सवाल उठने शुरू हो गए थे।
चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के बाद बसपा को नोटिस भेजकर पूछा था कि क्या पार्टी का राष्ट्रीय दर्जा खत्म नहीं कर देना चाहिए? उसके बाद महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और जम्मू कश्मीर के विधान सभा चुनाव में भी बसपा को केवल दो ही सीटें मिलीं थीं। एक हरियाणा और एक झारखंड में। अब दिल्ली में बसपा को अपना राष्ट्रीय दर्जा बनाए रखने के लिए कम से कम दो विधान सभा सीटें और छह फीसदी वोट पाने थे। लेकिन उसे एक भी सीट नहीं मिली। और करीब डेढ़ प्रतिशत ही वोट मिले। बसपा को 1997 में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला था।
खतरे में बसपा की राष्ट्रीय पहचान
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