जिला ललितपुर के कुम्हेड़ी गांव में लड़की की बार-बार टूटी सगाई आखिर क्यों? क्योंकि उसके पास महल नहीं, झोपड़ी है।
क्रान्ति ने बताया कि देखने वाले आकर चले जाते हैं। तीन बार जा भी चुके हैं। माँ शीला का कहना है कि दो लड़की और एक लड़का शादी के लिए हैं। बड़ी लड़की के शादी के लिए तीन साल से मेहमान झोपड़ी देखकर, ये बोलकर चले जाते हैं, कि उसके रहने को घर नहीं है, तो देगा क्या। बस चले जाते हैं। टेंशन है कि कहीं कुछ हो ना जाय। पिता धरमदास ने बताया कि देखने वाले मकान न होने के कारन वापस लौट जाते हैं। कहते हैं, कि इसके, तो कुछ नहीं है। जमीन है नहीं ऊपर से तीनों बच्चों की पढ़ाई का पैसा लगता है। जो कमाते हैं, वो बच्चों की पढ़ाई में लगा देते हैं। घर बनाये तो बच्चों की पढ़ाई बंद करा दे। एक लड़की 12वीं में छोटी लड़की 8वीं में और लड़का 11वीं में पढ़तें हैं।
ग्राम विकास अधिकारी खेमचंद्र का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रतानुसार तेरह शर्तों में आता है, उनको सभी को मिले गा।
रिपोर्टर: सुषमा
Published on May 23, 2018