सोशल मीडिया वेबसाइट ट्विटर ने मई और जून में सात करोड़ से अधिक फर्जी खाते बंद कर दिए। इसके बाद ट्विटर ने एक ही दिन में करीब 10 लाख खाते बंद कर दिए और आगे भी ये प्रक्रिया जारी रहने की बात कही गई है।
अनुमान है कि इससे ट्विटर उपयोगकर्ताओं की संख्या प्रभावित होने की आशंका है। ट्विटर से फिलहाल 33 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं और फर्जी खाते बंद किए जाने के बाद इसके मासिक एक्टिव यूजर की संख्या में तेज गिरावट की आशंका है।
अंग्रेजी अख़बार वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर के बाद से खाते बंद करने की प्रक्रिया में दोगुनी वृद्धि हुई है।
ट्विटर ने अमेरिकी कांग्रेस में कहा था कि किस तरह रूस में फर्जी खातों के जरिए 2016 के राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की गई थी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, फर्जी खातों के जरिए झूठी और सनसनीखेज खबरें फैलाने की वजह से यह कार्रवाई की गई है।