25 मई को कोबरापोस्ट ने देश के कई बड़े मीडिया संस्थानों पर किया गया ‘ऑपरेशन 136’ का दूसरा भाग प्रकाशित किया। इस स्टिंग में देश के कई बड़े मीडिया संस्थानों के मालिक पैसे के लिए हिंदूवादी खबरें चलाने को तैयार होते देखे जा रहे हैं। इस स्टिंग ऑपरेशन में टाइम्स ग्रुप, इंडिया टुडे ग्रुप, हिंदुस्तान टाइम्स ग्रुप, जी न्यूज, नेटवर्क 18, एबीपी न्यूज, दैनिक जागरण और दैनिक भास्कर जैसे मीडिया संस्थान हैं। इस स्टिंग ऑपरेशन में पेटीएम का नाम भी सामने आ रहा है। जो आपने ग्राहकों का डेटा देनी की बात कह रहा है।
कोबरापोस्ट की तरफ से एक रिपोर्टर श्रीमदभगवत गीता प्रचार समिति नाम के काल्पनिक संगठन का व्यक्ति बनकर इन संस्थानों से मिला। हिंदूवादी खबरें प्रकाशित करवाने के लिए उसने इन सभी संस्थानों को मोटी रकम देने की बात भी कही। जिस पर सभी संस्थान राजी हो गए। हिंदूवादी खबरें दिखाने के इस प्रस्ताव के तीन चरण थे, जिसमें पहले चरण में भगवान कृष्णा के गीता में दिए संदेशों को बढ़ाना था, दूसरे चरण में विपक्षों को बदनाम करना था, जैसे पप्पू, बुआ और बबुआ जैसे शब्दों का प्रयोग करते हुए बड़े हिन्दुवादी नेताओं का प्रचार करना था। तीसरे चरण में 2019 के लोकसभा चुनाव का प्रचार ध्रुवीकरण और सामुदायिक माहौल बनाकर करना था।
प्रेस की स्वतंत्रता के मामले में भारत का नम्बर 136 स्थान पर है, जिस ही कारण से इस स्टिंग आपरेशन को ‘ऑपरेशन 136’ नाम दिया गया है। कोर्ट से इस स्टिंग ऑपरेशन पर फिलहाल रोक लगा दी है, पर कोबरापोस्ट ने सभी स्टिंग आपरेशन की विडियो यूटूब पर प्रकाशित कर दिए हैं, जबकि दैनिक भास्कार ने दिल्ली कोर्ट से अपने विडियो पर रोक लगा दी है, जिस कारण से वह विडियो प्रकाशित नहीं हुआ है। इस स्टिंग ऑपरेशन के सामने आने के बाद एक बार फिर प्रेस की स्वतंत्रता पर सवाल खड़े हो रहे हैं.