जिला सीतामढ़ी, प्रखण्ड रीगा, पंचायत षहवाजपुर, गांव खरसान। उहां के रीना देवी लगभग साल भर पहिले विधवा हो गेलथिन। लेकिन उनका कोई सरकारी सुविध न मिलई छई।
रीना देवी कहलथिन कि हमरा पास तीन गो छोट छोट बच्चा हय। पति भी मर गेलथिन, लेकिन हमरा कोई भी सरकारी सुविधा न मिलइय। इहां तक कि बी.पी.एल. में नामो न हय जेइ कारण इंदिराआवास या राषन त दुर के बात हइ मटियों तेल न मिलइय। देआद सब के मटिया तेल मिलइय त उनके सब से कर्जा पइचा लेके डिबिया,जलवइले। मजदुरी कके बाल बच्चा के पालन पोशण करइले। मुखिया केपास भी गेल रही लेकिन कोइ सुनवाइ न भेल।
मुखिया षिवचन्दर पासवान कहलथिन कि बी.पी.एल. में नाम जोड़े के काम हमर सब के न हई। हमरा इहां एक बेर आयल रहई लेकिन हमरा हाथ में पावर ही न हई त केना नाम जोड़ दियइ।
प्रखण्ड किरानी मोती पाठक कहलथिन कि उ आय प्रमाण पत्र बनबइथिन त लक्ष्मीबाई पेन्सन मिल सकइ छई लेकिन बी.पी.एल.में नाम जब सरकार के आदेष अबई छई तब जुटइ छई अभी नाम न जोरा रहल हई।
कोनो सुविध न मिलइय
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