मेघालय के मुख्यमंत्री कोनार्ड संगमा ने आरोप लगाया है कि दंगा भड़काने के लिए पैसा और शराब बांटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा को कुछ लोग सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं जबकि यह स्थानीय मुद्दों को लेकर हुई है।
उधर, 3 मई को हिंसा प्रभावित इलाके में लागू कर्फ्यू में 7 घंटे की ढील दी गई। इस बीच हिंसा को देखते हुए सेना को अलर्ट रखा गया है।
दिल्ली के शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने शिलांग के पंजाबी लाइन इलाके में रहने वाले लोगों और स्थानीय सरकारी बस ड्राइवर और कंडक्टरों के बीच विवाद के बाद भड़की हिंसा को देखते हुए मेघालय की राजधानी का दौरा किया।
इस बीच पंजाब सरकार ने भी अपना एक दल यहां पर भेजा है। इस हिंसा में अब तक कम से कम 10 लोग घायल हो गए हैं।
सीएम कोनार्ड ने कहा, ‘यह समस्या स्थानीय है और स्थानीय मुद्दे पर हुई है। यह संयोग है कि इसमें दो समुदाय शामिल हैं लेकिन यह सांप्रदायिक हिंसा नहीं है।‘ उन्होंने कहा कि कुछ स्वार्थी समूह और राज्य के बाहर की मीडिया का एक खेमा इसे सांप्रदायिक हिंसा का रंग दे रहा है।
गौरतलब है कि मेघालय की राजधानी शिलांग में एक बस खलासी के साथ स्थानीय लोगों की मारपीट के चलके भड़की हिंसा ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया था।